इसे सुनेंरोकेंउत्तर भारत की नदियाँ अधिकांशतः मैदानी भागों में बहती । हैं, जिसके कारण इन नदियों से नहरें निकाली जा सकती हैं। उत्तर भारत की अधिकांशतः नदियाँ गंगा, सिंधु और ब्रह्मपुत्र की सहायक नदियाँ हैं। सिंधु नदी अरब सागर में और गंगा तथा ब्रह्मपुत्र बंगाल की खाड़ी में गिरती हैं। नदी हमें क्या संदेश देती है? इसे सुनेंरोकेंनदियां हमें आगे बढ़ना सिखाती हैं। हमें भी जीवन पथ पर सत्य व ईमानदारी की राह पर अग्रसर होना चाहिए। श्री चैतन्यकृष्ण जी महराज ने कहा कि सदानीरा गंडगी मोक्ष दायनी व जीवन दायनी है। जिसमें स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। नदी और नाले में क्या अंतर है? इसे सुनेंरोकेंनदी सामान्यतः साफ और मीठे पानी की वह जलधारा होती है जो किसी पहाड़ या झील से निकलती है जबकि नाला नालियों के गन्दे पानी के संयुक्त प्रवाह से बनता है। नदी किसी बड़ी नदी या समुद्र में गिरती है जबकि नाला किसी नदी में गिरता है। पढ़ना: अंतिम मूवी की स्टोरी क्या है? उत्तर भारतीय नदियों की महत्वपूर्ण विशेषताएं क्या है ये प्रायद्वीपीय नदियों से किस प्रकार भिन्न है?इसे सुनेंरोकेंउत्तरी भारत की नदियां अधिक लंबी हैं जबकि प्रायद्वीप की नदियां इतनी अधिक लंबी नहीं है। उत्तरी भारत की नदियों की संख्या अधिक है पर प्रायद्वीप की नदियों की संख्या कम है। उत्तरी भारत की नदियों के बेसिन काफी बड़े हैं तथा अपवहन क्षेत्र बहुत बड़े हैं पर प्रायद्वीप की नदियों के बेसिन तथा अपवहन क्षेत्र छोटे हैं। हिमालय से कौन सी नदियाँ निकलती हैं? इसे सुनेंरोकेंहिमालय पर्वत के हृदय से सिंधु, ब्रह्मपुत्र, यमुना व गंगा आदि प्रमुख नदियाँ निकलती हैं। नदियों से क्या क्या लाभ है? नदियाँ हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। नदियों से हमें होने वाले लाभ निम्नलिखित है:
पढ़ना: गैस सिलेंडर में आग लग जाए तो क्या करें? नदी और नहर में अंतर क्या है?इसे सुनेंरोकेंनदी निरंतर बहते रहने वाली जलधारा है, जो कि अपने उद्गम स्थल से निकलकर अंत में समुद्र में जाकर मिलती है। इसका पानी निरंतर बहता रहता है। नहर — ये दो नदियों या जल के किसी अन्य बड़े स्रोत आदि को मिलाकर बनाई गया कृत्रिम निर्माण होता है, जो कि जल को एक जगह से दूसरी जगह तक प्रवाहित करने लिये किया जाता है। नृत्य और नृत्य में क्या अंतर है? इसे सुनेंरोकें# बहरहाल, नृत्त है नाचना । इसमें भाव नहीं होते । तो जो आधुनिक डांस होते हैं, वे नृत्त होते हैं । # नृत्य शब्द नर्तन के तीनों भेदों में सबसे कठिन है और सबसे प्रभावपूर्ण भी । Page 2Looking for the best whey protein isolate supplement in India? A majority of advanced athletes, bodybuilders, swimmers, and cyclists have embraced healthy, safe, and effective … नमस्कार दोस्तों आज हम पतंजलि एलोवेरा साबुन के बारे में बात करने वाले हैं | मार्केट में अलग-अलग प्रकार के एलोवेरा सोप मौजूद है, लेकिन … Prime सदस्य योग्य आइटम पर असीमित फ़्री फ़ास्ट डिलीवरी, वीडियो स्ट्रीमिंग, बिना विज्ञापन के संगीत, फ़्री इन-गेम कॉन्टेंट, डील पर एक्सक्लूसिव एक्सैस और भी बहुत … भैंस के सींग कैसे काटे जाते हैं? इसे सुनेंरोकेंसींग काटने की प्रक्रिया तत्पश्चात सींग को आरी की मदद से तेजी से काट दिया जाता है, … खाना खाने के तुरंत बाद सेक्स करने से क्या होता है? इसे सुनेंरोकेंक्यों नहीं करना चाहिए खाना खाने के बाद सेक्स यानी जो हमने खाया … पचे हुए भोजन को पूरे शरीर में ले जाने में क्या मदद करता है? इसे सुनेंरोकेंक्षुद्रांत्र की आंतरिक भित्ति/अस्तर अंगुली जैसी संरचनाओं/प्रवर्ध में विकसित होते … मनुष्य को कब चुप नहीं रहना चाहिए? इसे सुनेंरोकेंजब तक बोलना जरूरी ना हो। मूर्खों के समक्ष जरूरत होने पर भी चुप रहने का प्रयास … रघुवीर सहाय का जन्म कब हुआ? 9 दिसंबर 1929रघुवीर सहाय / जन्म तारीख रघुवीर सहाय की कविता कौन सी है? इसे सुनेंरोकेंउनकी प्रमुख काव्य-कृतियाँ हैं- … रिमोट कंट्रोल में कौन सी तरंगे होती है? इसे सुनेंरोकेंटीवी के रिमोट में इंफ्रारेड तरंगों का इस्तेमाल किया जाता है। जिसकी सहायता से टीवी को … सउदिया का क्या नाम था? सउदी अरब मध्यपूर्व में स्थित एक सुन्नी मुस्लिम देश है। यह एक इस्लामी राजतंत्र है जिसकी स्थापना १७५० के आसपास … वनों का संरक्षण कैसे करें? पुनवनरोपण एवं वनरोपण द्वारा इस तरीके को अपना कर हम वन संरक्षण कर सकते है- वृक्षों की नियमन एवं नियोजित … हिमालय से निकलने वाली नदियों तथा प्रायद्वीपीय भारत के नदियों में अन्तर :- (1) प्रायद्वीपीय भारत की नदियाँ बहुत प्राचीन हैं, जबकि हिमालय की नदियाँ नवीन हैं | हिमालय की नदियाँ अपनी युवावस्था में है, अर्थात् ये नदियाँ अभी भी अपनी घाटी को गहरा कर रही हैं, जबकि प्रायद्वीपीय भारत की नदियाँ अपनी प्रौढावस्था में हैं | इसका तात्पर्य यह है कि प्रायद्वीपीय भारत की नदियाँ अपनी घाटी को गहरा करने का काम लगभग समाप्त कर चुकी हैं और आधार तल को प्राप्त कर चुकी हैं | किसी भी नदी का आधार तल समुद्र तल होता है | (2) हिमालय से निकलने वाली नदियाँ उत्तर भारत के मैदान में पहुँचकर विसर्पण करती हुई चलती हैं और कभी-कभी ये नदियाँ विसर्पण करते हुए अपना रास्ता बदल देती हैं | उदाहरण के लिए-कोसी नदी | जबकि प्रायद्वीपीय भारत की नदियाँ कठोर पठारीय संरचना द्वारा नियंत्रित होने के कारण विसर्पण नहीं कर पाती हैं | प्रायद्वीपीय भारत की नदियों का मार्ग लगभग निश्चित होता है, अर्थात् उद्गम से लेकर मुहाने तक अपनी घाटी पर ही प्रवाहित होती हैं | प्रायद्वीपीय भारत की नदियाँ अपने उद्गम से लेकर मुहाने तक कठोर चट्टानों पर प्रवाहित होती हैं | (3) हिमालयी नदियाँ अधिक लम्बी हैं क्योंकि हिमालयी नदियों का उद्गम मुहाने से अधिक दूर है, जबकि अधिकतर प्रायद्वीपीय भारत के पठार की नदियाँ छोटी हैं क्योंकि उनका उद्गम मुहाने से ज्यादा दूर नहीं है | हिमालय से निकलने वाली भारत की सबसे लम्बी नदी गंगा नदीकी लम्बाई 2525 किमी० है, जबकि प्रायद्वीपीय भारत से निकलने वाली दक्षिण भारत की सबसे लम्बी नदी गोदावरी नदी है, जिसकी लम्बाई 1465 किमी०है | (4) हिमालय से निकलने वाली नदियाँवर्षावाहिनीहैं, अर्थात् हिमालयी नदियों में वर्षभर जल प्रवाहित होता रहता है, क्योंकि हिमालयीनदियों के जल के दो स्रोत हैं- (a) ग्लेशियर हिमालय की अधिकाँश चोटियाँ6000 मीटर से भी ऊँची हैं, जबकि वायुमंडल में हिमरेखा की ऊँचाई लगभग 4400 मीटर होती है | हिमालय की जो चोटी हिमरेखा के ऊपर होती है वो वर्षभर बर्फ से आच्छादित रहती है | वास्तव में हिमालय में पाये जाने वाले ग्लेशियर का जल ही हिमालय की नदियों का मुख्य स्रोत है | जबकि प्रायद्वीपीय भारत की नदियाँ वर्षा वाहिनी न होकर मौसमी हैं, अर्थात् वर्ष के कुछ महीने ही जल की मात्रा बनी रहती है,अन्य महीनों में या तो जल कम हो जाता है या सूख जाता है | प्रायद्वीपीय नदियों को केवल वर्षा के जल पर ही निर्भर रहना पड़ता है | हिमरेखा की औसत ऊँचाई 4400 मीटर है, जबकि प्रायद्वीपीय भारत के पठार की औसत ऊँचाई 800 मीटर ही है | इसका तात्पर्य यह है कि प्रायद्वीपीय भारत के पठार पर ग्लेशियर नहीं मिलते हैं | Note – नदियों की तीन अवस्थाएँ होती हैं – प्रायद्वीपीय भारत या दक्षिण भारत की नदियों को दो भागों में बाँट सकते हैं – (a) अरब सागर में जल गिराने वाली नदियाँ बंगाल की खाड़ी में जल गिराने वाली नदियाँ :-बंगाल की खाड़ी में जल गिराने वाली या पूर्वी तट पर प्रवाहित होने वाली दक्षिण भारत की नदियों का उत्तर से दक्षिण की ओर क्रम इस प्रकार है –दामोदर, स्वर्णरेखा, वैतरणी, ब्राह्मणी, महानदी, गोदावरी, कृष्णा, पेन्नार, कावेरी, वैगाईऔर ताम्रपर्णी| (1) दामोदर नदी
(2) स्वर्णरेखा नदी
(3) वैतरणी नदी
(4) ब्राह्मणी नदी
(5) महानदी
(6) गोदावरी नदी
(7) कृष्णा नदी
(8) पेन्नार नदी
(9) कावेरी नदी
(10) वैगाई नदी
(11) ताम्रपर्णी नदी
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